top of page

सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' (1896-1961) हिंदी साहित्य के प्रमुख छायावादी कवि, कथाकार और निबंधकार थे। वे हिंदी कविता में स्वतंत्रता, बिद्रोह, मानवीय संवेदना और नवाचार के प्रणेता माने जाते हैं। उनकी प्रमुख कृतियाँ-

 

  • काव्य-ग्रंथ: अनामिका, परिमल, अर्चना, राम की शक्ति-पूजा
  • उपन्यास: अपूर्वा, अलका
  • कथा-रचनाएँ : चतुरी चमार, सुकुल की बीवी आदि

 

निराला की भाषा में क्रांतिकारिता, करुणा और सौंदर्य-चेतना का अ‌द्भुत संतुलन है। उन्होंने परंपरागत काव्य-शैली को तोड़कर हिंदी कविता को नई दिशा दी, इसलिए उन्हें हिंदी काव्य-जगत का महाप्राण कहा गया। उनका साहित्य आज भी पाठकों को नैतिक शक्ति, आत्मसम्मान, स्वतंत्र विचार और मानवीयता की प्रेरणा देता है।

निरुपमा

SKU: 9788198919809
₹395.00 Regular Price
₹355.50Sale Price
Quantity
  • 128

Related Products

bottom of page