कृषि प्रौद्योगिकियों के प्रबंधन और प्रसार के लिए उपयुक्त आईसीटी उपकरणों के अनुप्रयोग ने जनता के लिए सूचना के समग्र वितरण को बदल दिया है। अब सार्वजनिक सेवाओं को और अधिक कुशल बनाने, कृषि व्यवसायों को विकसित करने और कृषि अनुसंधान और विकास के विस्तार को मजबूत करने के लिए आईसीटी की परिवर्तनकारी शक्ति का उपयोग करने का सही समय है। आईसीटी ने उनकी सूचना संबंधी जरूरतों को पूरा करके बहुत जरूरी सामुदायिक सशक्तिकरण और विकास को सुगम बनाया है। इसमें कृषि क्षेत्र के विकास की उतनी ही अमता है, जितनी भारत में अन्य क्षेत्रों में योगदान करने की है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऐसे समय में कृषि क्रांति को चलाने का वादा रखता है जच दुनिया को कम संसाधनों का उपयोग करके अधिक भोजन का उत्पादन करना चाहिए। 2050 तक दुनिया की खिलाने के लिए भविष्य की आवश्यकता 50% अधिक भोजन की उम्मीद है। इस विशाल कार्य का सामना करने के लिए, कृषि में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लागू करने की आवश्यकता है जो किसानों को अधिक स्थायी रूप से उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए भूमि से अधिक प्राप्त करने में मदद कर सकता है। निश्चित तौर पर यह पुस्तक कृषि कार्यों से जुड़े प्रगतिशील किसानों के साथ-साथ विद्यार्थियों के लिए भी उपयोगी रहेगी।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस : कृषि सशक्तिकरण के लिए
Meetali Bharti, Dr. Mukesh Kumar, Prof. (Dr.) Virender Kumar Bharti