टोबा टेक और अन्य कहानियां सआदत हसन मंटो की प्रसिद्ध रचनाओं का एक संकलन है जो उनके लेखन की विविधता को दर्शाता है। यह संकलन तत्कालीन सामाजिक व्यथाओं, न्याय-विरुद्धताओं और मानवीय दुखों को गहराई से छूने वाली कहानियों से भरपूर है। मंटो की लेखनी में सर्वं व सत्यप्रियता भरी भावनाएं होती हैं, जो पाठक के विल को छू लेती हैं। टोबा टेक सिंह, देख कबीरा रोया, काली सलवार, ठंडा गोश्त जैसी कहानियां इस संकलन के महत्वपूर्ण हिस्से हैं, जो समय के साथ भी अपनी प्रासंगिकता बनाए रखती हैं। यह पुस्तक साहित्य और समाजशास्त्र के प्रेमियों के लिए एक अनमोल संस्मरण है। सआदत हसन मंटो का जन्म 11 मई 1912 को लुधियाना में हुआ, जो उत्कृष्ट उर्दू कहानीकार थे, जिनके लेखन में सामाजिक न्याय, मानवीय व्यथा और समय की चुनौतियाँ का अद्वितीय प्रतिबिंबित मिलता है। उनकी कहानियां भारतीय समाज की असलियत को प्रकट करती हैं और उसमें समस्याओं का सामना करने की साहसी प्रेरणा देती हैं। मंटो का लेखन सच्चाईपरक और विचारशील था, जिसने उन्हें भारतीय उपन्यास और कहानी साहित्य में एक अनूठा स्थान दिलाया है। 18 जनवरी 1955 को लाहौर के लक्ष्मी मेंशन में उनकी मृत्यु हो गई।
टोबा टेक सिंह और अन्य कहानियाँ
Sadat Hasan Manto